200+ Best Waqt Shayari in Hindi

Waqt Shayari in Hindi: वक़्त की कीमत को समझना ही जिंदगी की असली पूंजी है। वक्त यानी समय, वह अनमोल खजाना है जो न तो किसी का इंतज़ार करता है और न ही किसी के साथ कोई भेदभाव करता है। वक्त कभी रुकता नहीं, यह हमेशा आगे बढ़ता जाता है, जैसे एक नदी की तरह निरंतर बहता रहता है। वक्त का सदुपयोग ही हमारी मंजिल की कुंजी है, वहीं बिना उसके जीवन अधूरा और बर्बाद सा लगने लगता है। यही वो कड़ी है, जो हमें ज़िंदगी के सफर में आगे बढ़ने का मकसद देती है।
आज की इस पोस्ट में हम वक्त की अनमोल शायरी (वक्त शायरी) के जरिए उसकी तबीयत, उसकी शक्ल, और उसके साथ चलने वाली हर मोड़ पर झांकने की कोशिश करेंगे। चलिए, इस वक्त की मुस्कान को अपने अंदाज में महसूस करें और उसकी एक छोटी सी झलक को अपने दिल में बसा लें।
Waqt Shayari

वक़्त से लड़कर जो अपना नसीब बदल दे
इंसान वही जो अपनी तकदीर बदल दे !
वक्त सब के पास है लेकिन हमेशा के लिए नहीं
जो चाहे कर लो आज में ही कल का भरोसा नहीं !

कुछ अजीब सा चल रहा है ये वक्त का सफर
एक गहरी सी खामोशी है खुद के ही अंदर !
कभी खिलाफ़ तो कभी साथ होता है
इंसान की बर्बादी में वक़्त का भी हाथ होता है !
ये मोहब्बत का फ़साना भी बदल जाएगा
वक़्त के साथ ज़माना भी बदल जाएगा !
Rishte Waqt Shayari

जब हम रिश्तों के लिए वक्त नहीं निकल पाते
तो वक्त हमारे दरमियान से रिश्ते निकाल देता है !
वक़्त ने मुझे सिखा दिया है लोगों की पहचान
वरना हम भी सोचते थे कि हर कोई अपना है !

वक्त नहीं लगता दिल को दिल तक आने में
पर सादिया लग जाती है एक रिश्ता भूलने में !
सच्चे रिश्ते कुछ नहीं माँगते
सिवाए वक़्त और इज्जत के !
बदला हुआ वक़्त है, ज़ालिम ज़माना है
यहां मतलबी रिश्ते है, फिर भी निभाना है !
Bura Waqt Shayari

किसी के सपने किसी का प्यार पूरा न हो
इंसान का वक़्त इतना भी बुरा न हो !
अपनों में छुपे गैर देखे हैं
मैंने मेरे बुरे वक्त में कई फेर देखे हैं !

शाम का वक्त हो और शराब ना हो
इंसान का वक्त इतना भी खराब ना हो !
ऐ बुरे वक्त, जरा अदब से पेश आ
वक्त नहीं लगता वक्त बदलने में !
अगर बुरा वक्त आए तो संयम से काम लो
अगर संयम ना रखा जाए तो राम का नाम लो !
Waqt Shayari in Hindi

औरों की मर्जी से कभी जिया नहीं करते
हम वक्त पर अफसोस किया नहीं करते !
जो वक़्त की रफ़्तार से चलता है
हर मंज़िल पर उसी का राज चलता है !

कितना भी समेट लो हाथों से फिसलता जरूर है
ये वक्त है साहब बदलता जरूर है !
अच्छी खासी जिंदगी चल रही थी बेफिक्री में
फिर वक्त ने साजिश की,और एहसासों की बारिश की !
वक्त कहां रुकता है रूकते तो हम है
कभी किसी लम्हे मे, कभी किसी शख्स में !
Zindagi Waqt Shayari

वक्त सबको मिलता हैं जिन्दगी बदलने के लिए
पर जिन्दगी दुबारा नही मिलती वक्त बदलने के लिए !
लगता था ज़िन्दगी बदलने में वक़्त लगेगा पर
कहाँ पता था बदलता हुआ वक़्त ज़िन्दगी बदल देगा !

ज़िन्दगी ने मेरे मर्ज का एक कारगर इलाज बताया
वक़्त को दवा काहा और ख्वाहिशों का परहेज़ बताया !
बादलों की ओट से किसी दिन तो सूरज निकलेगा जरूर
सफर जारी रख जिंदगी का एक दिन तो वक्त बदलेगा जरूर !
वक़्त रेहता नहीं कहीं टिक कर
आदत इसकी भी आदमी सी है !
Waqt Gulzar Shayari

हमें हर वक़्त ये एहसास दामन-गीर रहता है
पड़े हैं ढेर सारे काम और मोहलत ज़रा सी है !
कोई महफ़िल से उठ कर जा रहा है
सँभल ऐ दिल बुरा वक़्त आ रहा है !

इक साल गया इक साल नया है आने को
पर वक़्त का अब भी होश नहीं दीवाने को !
बख्शे हम भी न गए बख्शे तुम भी न जाओगे
वक्त जानता है हर चेहरे को बेनकाब करना !
कभी वक़्त ख़ामोश रहता है, कभी इंसान
पर जब दोनों बोलते हैं, तो सिर्फ दर्द बयान करते हैं !
Waqt Par Shayari

जो वक़्त की कद्र करता है, ज़िंदगी उसकी मुस्कुराती है
वरना हर लम्हा किसी न किसी को रुलाती है !
ना उसे होश है मेरी ना कोई खबर है
एक दिन वक्त बताएगा तुझे मेरी क्या कदर है !

जब किसी दर्द की तुम्हे कोई दवा ना मिले
तो समझ लेना इसका इलाज अब वक़्त ही करेगा !
किताबों की अहमियत अपनी जगह है जनाब
सबक वही याद रहता है जो वक्त और लोग सिखाते है !
बदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो
मजबूरियों को मत कोसों हर हाल में चलना सीखो !
Dard Rishte Waqt Shayari

वक़्त बदल जाता है इंसान बदल जाते है
वक़्त वक़्त पे रिश्तों के अंदाज़ बदल जाते है !
हाथ छुटे भी तो रिश्ते नहीं नहीं छोड़ा करते
वक्त की शाख से लम्हें नहीं तोड़ा करते !

वक्त बीत गया अपने छूट गए
उम्र बढ़ती गई रिश्ते टूट गए !
वक़्त तो वार करता है, अपने भी वार करते हैं,
पर दर्द तब ज्यादा होता है, जब दोनों इकट्ठे वार करते हैं !
मुझे तो तोहफों में अपनों का वक्त पसंद है
पर आजकल इतने महंगे तोफे देता कौन है !
Waqt Waqt Ki Baat Hai Shayari

अच्छे-ख़ासे लोगों पर भी वक़्त इक ऐसा आ जाता है
और किसी पर हँसते हँसते ख़ुद पर रोना आ जाता है !
वो जो कपडे बदलने का शौक रखते थे
आखिरी वक्त न कह पाये कफ़न ठीक नही !

वक़्त ने भी हमारा अजीब शिकार किया है
कुछ भी नहीं छोड़ा, हर तरफ से वार किया है !
वक़्त ठहरता नहीं, चलता ही जाता है
ज़िंदगी भी उसी की है जो इसे जी जाता है !
वो वक्त भी बहुत खास होता है
जब सर पर माता पिता का हाथ होता है !
Bure Waqt Ki Shayari

एक दिन मेरे साथ बैठ कर वक़्त भी खूब रोया
बोला बन्दा तू ठीक है बस में ही ख़राब चल रहा हूँ !
बुरा वक्त भी क्या कमाल का होता है साहेब
जी जी करने वाले भी तू तू करने लगते हैं !

ना तो तुम बुरे हो सनम, ना ही हम बुरे है
कुछ किस्मत बुरी है, कुछ वक़्त बुरा है !
एक और शाम हो गई एक और दिन ढल गया
जिंदगी की किताब से एक और पन्ना निकल गया !
हमारे बुरे दौर में जो छोड़ गए
वो मेरे अपने थे, कोई और नहीं !
Status Waqt Shayari

किसी पर नर्म, किसी पर होता है सख्त
कल और था, आज दूसरे का है ये वक्त !
आख़िरी वक़्त तलक साथ अंधेरों ने दिया
रास आते नहीं दुनिया के उजाले मुझ को !

सदा ऐश दौराँ दिखाता नहीं
गया वक़्त फिर हाथ आता नहीं !
तुम्हारा किया तुम्हे ही बतलाता है
समय आइना जरूर दिखलाता है !
वक्त की चिंता कुछ चुनिंदा लोग ही करते हैं
निंदा करने वाले वक्त की कीमत नहीं जानते !
Bharosa Rishte Waqt Shayari

और बुरे वक्त में जो साथ दे वही होते हैं अपने
यू बीच राहों में जो साथ छोड़ दे वो नहीं होते हैं अपने !
वो ज़हर देता तो सब की निगह में आ जाता
सो ये किया कि मुझे वक़्त पे दवाएँ न दीं !

शायद यह वक़्त हमसे कोई चाल चल गया
रिश्ता वफ़ा का और ही रंगों में ढ़ल गया !
अपनों की पहचान मुश्किल वक्त कराएगा
कौन अपना है कौन पराया ये वक्त बताएगा !
गुज़रा वक्त मुझे आज भी याद है
जिन्होंने साथ दिया उनकी फरियाद है !
Waqt Shayari Attitude

अभी तो थोडा वक्त हैं, उनको आजमाने दो
रो-रोकर पुकारेंगे हमें, हमारा वक्त तो आने दो !
वक़्त वक़्त की बात है जनाब
आज तेरा है तो कल मेरा होगा !

ऐ बुरे वक़्त ज़रा अदब से पेश आ
वक़्त नहीं लगता वक़्त बदलने में !
जिनके हाथों में हो वक़्त की कलम
अपनी क़िस्मत वो खुद ही लिखा करते है !
ज़रा सा वक़्त जो बदला तो हम पे हँसने लगे
हमारे काँधे पे सर रख के रोने वाले लोग !
Waqt Shayari in English

Ye waqt noor ko benoor kar deta hai
Chhote se zakhm ko naasoor kar deta hai.
Siyah raat nahi leti naam dhalne ka
Yahi to waqt hai sooraj tire nikalne ka.

kabhi waqt mila to julphen teri sulajha doonga
Aaj uljha hoon jara waqt ko sulajhaane mein.
Wo waqt see thi jo gujar gaee aur
Main yaadon sa tha jo thahar gaya.
Waqt ka khaas hona jarooree nahee
khaas logo ke lie Waqt hona jarooree hai.